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शेयर बाज़ार
शब्दावली –
शेयर – किसी कंपनी की पूंजी का हिस्सा शेयर कहलाता है.
डिविडेंड – कंपनी के लाभ का हिस्सा डिविडेंड या लाभांश कहलाता है. यह शेयर के आनुपातिक मूल्य के आधार पर होता है.
प्रतिभूति – प्रतिभूति शब्द का प्रयोग अनेक अर्थों में होता है – डिबेंचर, ऋण प्रत्र, बैंकों में ऋणों की जमानत आदि.
बाण्ड – बाण्ड का अर्थ ऋण पत्र होता है. यह संस्थाओं व्दारा ऋण लेकर जारी किए जाते हैं.
म्यूचुअल फंड – इस फंड में जन-साधारण के निवेश योग्य धन को एकत्रित करके विनियोग के बेहतर अवसरों में प्रयोग किया जाता है.
ब्लू चिप – यह सुदृढ़ कंपनियों के शेयरों के लिये उपयोग किया जाता है.
तेजड़िया – वह दलाल या व्यक्ति जो शेयरों के मूल्य में वृध्दि की आशा से शेयर खरीदता है. उसकी गतिविधि से शेयरों की कीमतें बढ़ती हैं.
मंदड़िया – वह दलाल या व्यक्ति जो शेयरों की कीमत गिरने की आशा से शेयर बेचता है. उसकी गतिविधि से शेयरों की कीमतें घटने लगती हैं.
शेयरों तथा प्रतिभूतियों के लेन-देन के लिये संगठित बाज़ारों को स्टाक एक्सचेंज कहते हैं. भारत में 24 मान्य स्टाक एक्सचेंज हैं. सबसे पुराना बाम्बे स्टाक एक्सचेंज (बी.एस.ई.) एशिया का भी सबसे पुराना है. इसकी स्थाापना 1875 मे नेटिव शेयर एण्ड स्टाक ब्रोकर एसोसिएशन के रूप में हुई थी. बी.एस.ई. ने 1995 में आन लाइन ट्रेडिंग प्रारंभ की थी. बी.एस.ई. का मुख्य संवेदी सूचकांक बी.एस.ई. सेन्सेक्स कहलाता है. फेरवानी समिति की अनुशंसा पर 1993 में नेशनल स्टाक एक्सचेंज की स्थापना की गई थी. इसका मुख्य संवेदी सूचकांक निफ्टी कहलाता है जो 50 कंपनियों के शेयर मूल्यों पर आधारित है. इसका आधार वर्ष 1995 है.