उत्‍कृष्‍ट शिक्षकों की कथाएं
समस्‍त गुरुजनों के चरणों में वंदना करते हुये में आज से शिक्षकों के उत्‍कृष्‍ट कार्यों की कथाएं कहना प्रारंभ कर रहा हूं. शिक्षकों के इन कार्यों से मैं तो अभिभूत हूं, ही, मुझे विश्‍वास है कि आप सब भी प्रभावित होंगे. मुझे इस बात की भी आशा है कि शिक्षक भी इन कहानियों को पढ़कर एक दूसरे से सीख सकेंगे.

नव ऊर्जा के साथ शिक्षा के लिए समर्पित मंजूलता नायक

श्रीमती मंजुलता नायक, प्रधान पाठक, रायगढ़ जिले के रायगढ़ वि. ख. में शास. प्रा. शाला कुरमापाली, संकुल तारापुर में पदस्थ हैं. उनके शिक्षकीय कार्य का सफर 2005 से शुरू हुआ. उन्हें शुरू से ही गणित विषय में रुचि थी. वे गणित विषय की विभिन्न सांक्रियाओ को TLM के माध्यम से सिखाती एवं पढ़ाती हैं. नवोदय विद्यालय की भी पढ़ाई कराती हैं. 2023 में एक छात्र का नवोदय विद्यालय में चयन हुआ.

उन्होंने कोराना काल में ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोडे रखा एवम् पालकों से सम्पर्क करके ऑनलाइन क्लास में बच्चों को ज्यादा से ज्यादा जोड़ने के लिए प्रोत्साहित करती रहीं.

वे करके सीखने पर ज्यादा विश्वास करती हैं. बच्चे किसी भी कार्य को टी.एल.एम. से करके सीखते हैं तो उनके मस्तिष्क में स्थाई तौर पर वह बात बैठ जाती है. वे उसे भूलते नहीं. वे नई-नई गतिविधि के माध्यम से विषय वस्तु को रोचक बनाने का प्रयास करती हैं.

बच्चो की उपस्थिति बच्चो की उपस्थिति बढ़ाने के लिये उनके व्दारा पालको से सतत सम्पर्क किया जाता है. वे पढ़ाई के प्रति पालकों में जागरूकता लाई हैं, एवम. उन्होंने नए तरीके से बच्चो की उपास्थिति को बढ़ाने का एवं सि‍खाने प्रयास किया है. जैसे बच्चो की हाजरी लेते समय किसी दिन राज्य एवम राजधानी के नाम, दिनो के नाम, जिलों के नाम, जानवरो के नाम आदि के रूप में अपनी उपास्थिति को बताते हैं.

सुरक्षित शनिवार बेग लेस डे में वे प्रत्येक सप्ताह नई गतिविधि, गेम्स, आदि के माध्यम से विषय वस्तु को खेल-खेल में सिखाती हैं, जिसमे बच्चों तथा शिक्षको की भागीदारी सक्रीय रहती है. बच्चे शनिवार का उत्सुकता से इंतजार करते हैं.

इन सभी प्रयासो से वे न केवल शिक्षा के क्षेत्र मे सुधार कर रही हैं, बल्कि समुदाय के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. बच्चो के पालकों, खासकर माताओं को स्कूल से जोड़े रखने के लिए माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जिससे बच्चो का सर्वांगीण विकास शिक्षक एवं पालक मिलकर करते हैं. स्कूल स्टाफ इन सब कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर भागीदारी निभाता है.

अस्‍वीकरण: मैने यह कहानियां संबंधित शिक्षकों एवं उनके मित्रों व्दारा दी गयी जानकारी के आधार पर लिखी हैं, स्‍वयं उनका सत्‍यापन नही किया है.

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