समस्त गुरुजनों के चरणों में वंदना करते हुये में आज से शिक्षकों के उत्कृष्ट कार्यों की कथाएं कहना प्रारंभ कर रहा हूं. शिक्षकों के इन कार्यों से मैं तो अभिभूत हूं, ही, मुझे विश्वास है कि आप सब भी प्रभावित होंगे. मुझे इस बात की भी आशा है कि शिक्षक भी इन कहानियों को पढ़कर एक दूसरे से सीख सकेंगे.
किरणलता लकड़ा के विशेष प्रयास
किरणलता लकड़ा की नियुक्ति 1998 में शिक्षा कर्मी वर्ग-1 के पद पर रसायन विषय में हुई थी. सन 2010 में विभागीय परीक्षा व्दारा उनकी नियुक्ति प्रधान पाठक के रूप में हुई. प्राथमिक विद्यालय में छोटे बच्चों को पढ़ाना उनके लिए चुनौतीपूर्ण था. उन्होने अपनी मेहनत से पढ़ाई के साथ-साथ स्वच्छता एवं अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया. माताओं में जागरूकता लाने के लिए ‘अंगना म शिक्षा’ और माता उनमुखीकरण कार्यक्रम पर ज़ोर दिया. उन्होने अपने श्रेत्र में शाला सुरक्षा, नवा जतन, एस.एम.सी., एफ.एल.एन. और अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के तहत बतौर मास्टर ट्रेनर के रूप में कार्य किया हैं.
उन्होने अपनी कड़ी मेहनत से एफ.एल.एन. स्तर के बच्चों को कक्षा के स्तर पर लाने में सफलता हासिल की. बच्चे हिंदी विषय के साथ-साथ अंग्रेजी विषय को भी समझकर अच्छे से पढ़ लेते हैं, जिसका वीडियो नीचे दिया है -
अस्वीकरण: मैने यह कहानियां संबंधित शिक्षकों एवं उनके मित्रों व्दारा दी गयी जानकारी के आधार पर लिखी हैं, स्वयं उनका सत्यापन नही किया है.