ऑनलाइन क्लास - जिसमे 4200 छात्र-छात्राएं लाभान्वित हुए. प्रति दिवस 25से 30 बच्चे लाभान्वित हुए. साथ ही मोहल्ला क्लास में मास्क वितरण किया गया, जो मुंगेली जिले में मास्क का प्रथम वितरण था.
मोहल्ला क्लास - मोहल्ला क्लास में बच्चों को मास्क बनाने की विधि बताई गई जिससे क्लास के बच्चों ने लाभान्वित होकर अपने आस-पास के साथियों को यह जानकारी दी. मास्क का आर्थिक भार उनपर नहीं पड़ा.
कबाड़ से जुगाड - विभिन्न वस्तुओं का निर्माण कराया गया जिससे बच्चों के रचनात्मक गुण का विकास हो सके.
हस्तलिखित पुस्तक - का निर्माण कराया गया जिससे बच्चों में लेखन के प्रति जागरूकता और लेखन कौशल में सुधार हो सके.
पर्यावरण संरक्षण - पर्यावरण संरक्षण हेतु स्टाफ के सहयोग से वृक्षारोपण किसर गया एवम् वृक्ष मित्र की टीम तैयार की गई, जिससे बच्चों में वृक्षारोपण के प्रति जागरूकता आई. साथ ही देखभाल करने की जवाबदारी बच्चों तथा स्टाफ ने ली.
व्यावहारिक शिक्षा - पाठ में आई विषय वस्तु को व्यवहार में अध्ययन के तहत धान की बालियों से झालर निर्माण कराया गया.
गतिविधियों के माध्यम से अध्यापन - मिट्टी से कलाकृति का निर्माण तथा मिट्टी की शिल्प कला को व्यवसाय के रूप में चयन कराया गया.
खेल – बच्चों के साथ खेल में सहभागी बनकर आपस में भाईचारा और शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करने में सक्षम बनाया गया.
यू-ट्यूब - यू-ट्यूब के माध्यम से बच्चों को सिखाया और उनके कार्यों को सभी को अवगत कराया जिससे उनमें आत्मविश्वास पैदा हो सके.
बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार - जिससे बच्चे अपनी समस्याओं को आसानी से शिक्षिका से साझा कर सकें.
वैक्विनेशन में सहभागिता - जिससे बच्चे बिना डरे कोविड वैक्सीन लगवा सके.
हिंदी शिक्षण के प्रति जागरूक करना - जिससे बच्चे हिंदी के महत्त्व को समझ सके. इसके लिए हिंदी दिवस में कार्यक्रम आयोजित किया और सभी को हिंदी भाषा में बोलने के लिए प्रेरित किया.