समस्त गुरुजनों के चरणों में वंदना करते हुये में आज से शिक्षकों के उत्कृष्ट कार्यों की कथाएं कहना प्रारंभ कर रहा हूं. शिक्षकों के इन कार्यों से मैं तो अभिभूत हूं, ही, मुझे विश्वास है कि आप सब भी प्रभावित होंगे. मुझे इस बात की भी आशा है कि शिक्षक भी इन कहानियों को पढ़कर एक दूसरे से सीख सकेंगे.
वसुंधरा कुर्रे की शिक्षण विधि
श्रीमती वसुंधरा कुर्रे, सहायक शिक्षक एल बी, शासकीय प्राथमिक शाला सरईसिंगार, विकासखंड पाली जिला कोरबा में पदस्थ हैं. प्रारंभिक कक्षा के बच्चों के लिए भाषा की दक्षताओं, जैसे, बोलना, सुनना, समझना आदि के लिए छोटी-छोटी कबाड़ से जुगाड़ कठपुतलियों के माध्यम से कविता कहानी सुनाकर मज़ेदार तरीके से सिखाने का कार्य वसुंधरा जी करती हैं. बच्चे सुनकर और समझकर उत्तर देते हैं. बच्चे आनंदित होकर रुचि पूर्वक स्वयं भी करते है. वसुंधरा जी स्थानीय बोली में बच्चों के सम्मुख कविता, कहानियां आदि प्रस्तुत करती हें. बच्चे खुलकर अपना विचार प्रस्तुत करते हैं. इस तरह की गतिविधि से बच्चों में तर्क करने की क्षमता विकसित होती है, कल्पनाशक्ति का विकास होता है और बोलने की झिझक दूर होती है.
वसुंधरा जी ने सभी विषयों के लिए छोटे-छोटे टीएलएम बनाए हैं. बच्चे रोज कुछ न कुछ नया सीखने के लिए उत्साहित रहते हैं.
अस्वीकरण: मैने यह कहानियां संबंधित शिक्षकों एवं उनके मित्रों व्दारा दी गयी जानकारी के आधार पर लिखी हैं, स्वयं उनका सत्यापन नही किया है.