समस्त गुरुजनों के चरणों में वंदना करते हुये में आज से शिक्षकों के उत्कृष्ट कार्यों की कथाएं कहना प्रारंभ कर रहा हूं. शिक्षकों के इन कार्यों से मैं तो अभिभूत हूं, ही, मुझे विश्वास है कि आप सब भी प्रभावित होंगे. मुझे इस बात की भी आशा है कि शिक्षक भी इन कहानियों को पढ़कर एक दूसरे से सीख सकेंगे.
मेहनती और लगनशील उत्कृष्ट शिक्षिका अनिता चन्द्राकर
अनिता चन्द्राकर व्याख्याता गणित के पद पर शा. उ. मा. वि. पहंडोर, ब्लॉक, पाटन, जिला- दुर्ग में कार्यरत हैं. गणित विषय से छात्रों को मन से जोड़े रखना और उनकी रुचि बनाये रखना बहुत बड़ी चुनौती होती है. अनिता जी की कोशिश हमेशा एक बेहतर और गुणवत्तापूर्ण परिणाम देने की रहती है. इसके लिए वे विभिन्न नवाचारी तरीकों से बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखती हैं, जिसके फलस्वरूप उनके विद्यालय में कक्षा 10 वीं और 12वीं बोर्ड का परीक्षाफल पिछले कई वर्षों से 100% ही आता रहा है.
उन्होने चाकलिट एप्प के माध्यम से 55 बच्चों को तकनीकी शिक्षा की जानकारी हेतु डिजिटल भविष्य का कोर्स करवाया है. इसके लिए बच्चों को चाकलिट एप्प द्वारा स्टार टीम तथा अनिता जी को इंस्पायरिंग टीचर अवार्ड दिया गया. उन्होने कोरोना काल में पढ़ाई के अलावा अन्य पाठ्येत्तर गतिविधियाँ ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों कराईं. उसी समय ‘पढ़ई तुँहर दुवार’ की वेबसाइट में कक्षा 11वीं गणित की 350 से भी अधिक वीडियो के अप्रूवल का काम भी उन्होरने किया.
बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए हस्तकला प्रशिक्षण एवं प्रदर्शनी, कहानी, कविता लेखन, ड्रॉइंग, पेंटिंग, खिलौने बनवाना, रंगोली, कबाड़ से जुगाड़ द्वारा गणित के अनेक मॉडल बनाना आदि सिखाया. इसके फलस्वरूप आज विद्यालय में सुसज्जित धरोहर कक्ष और गणित कक्ष सुचारू रूप से संचालित हो रहा है. ग्रीष्मकालीन अवकाश में आमाराइट प्रोजेक्ट में बेहतरीन कार्य हेतु उनकी एक छात्रा को ‘हमारे नायक’ का सम्मान मिला. अनिता जी ने बच्चों से ज्ञानवर्धक हस्त पुस्तिका भी बनवाई हैं.
आलोक प्रकाशन में उनकी तीन पुस्तकें बचपन, किसलय और फुलवारी ऑनलाइन प्रकाशित हो चुकी हैं. स्टोरीवीवर एप्प में 180 कहानियों का लेखन और छत्तीसगढ़ी में अनुवाद किसा है. एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर द्वारा माध्यमिक स्तर के बच्चों के लिये उनकी बाल कहानी पुस्तक, बदलाव प्रकाशित की गई है. किलोल पत्रिका के लिए भी सतत रचनाएँ लिख रही हैं. बच्चे भी प्रेरित होकर किलोल पत्रिका के लिए रचनायें लिख रहे हैं.
अनिता जी को प्राप्त सम्मान
- पढ़ई तुँहर दुवार के प्रतिष्ठित मंच में हमारे नायक में स्थान मिला
- जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग के द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान प्राप्त हुआ
- विभिन्न शैक्षणिक ,साहित्यिक एवं सामाजिक मंचों से अनेक पुरस्कार प्राप्त हुए है
अस्वीकरण: मैने यह कहानियां संबंधित शिक्षकों एवं उनके मित्रों व्दारा दी गयी जानकारी के आधार पर लिखी हैं, स्वयं उनका सत्यापन नही किया है.